हरिद्वार,ज्वालापुर कोतवाली मे बनाए गए उपनिरीक्षक नितेश शर्मा को चार्ज लेने से पहले ही सस्पेंड कर दिया गया है। कार्रवाई के पीछे लंढौरा चौकी क्षेत्र में चोरी की घटनाओं के बाद सिपाहियों के बीच रंजिश को कारण बताया जा रहा है।लंढौरा चौकी क्षेत्र के गाधारोना गांव में कुछ दिन पहले चोरी की तीन घटनाएं सामने आई थी।दो मामलों में पुलिस ने 22 सितंबर को मुकदमा दर्ज किया।
मिलि जानकारी अनुसार उपनिरीक्षक नितेश शर्मा उस समय लंढौरा चौकी के इंचार्ज थे। ऐसा बताया कि एक घटना में पीड़ित के दो भतीजे उत्तराखंड पुलिस में सिपाही हैं। कुछ दिन पहले ही देहरादून से एक सिपाही का तबादला उत्तरकाशी और दूसरे को चमोली ट्रांसफर किया गया है। इस मामले में एक सिपाही ने कुछ दिन पहले रात में लंढौरा पुलिस चौकी के सिपाही रोहित के मोबाइल पर कॉल कर आरोपितों को पकड़ने के लिए कहा। बताया गया है कि दोनों सिपाहियों के बीच कहासुनी और गाली-गलौज हो गई। इस बीच पीड़ित की मौत हो गई। दूसरी तरफ चौकी इंचार्ज नितेश शर्मा को ज्वालापुर कोतवाली एसएसआइ बनाकर भेज दिया गया। दूसरी तरफ मामला तूल पकड़ गया और लंढौरा पुलिस चौकी के सिपाही रोहित और दिनेश की शिकायत आला अधिकारियों से की गई। ग्रामीणों ने इस मामले में डीजीपी अशोक कुमार से मुलाकात कर आरोप लगाया कि चोरी का खुलासा ना होने के सदमे में पीड़ित की मौत हुई है। डीजीपी ने एसएसपी हरिद्वार को लंढोरा चौकी के तत्कालीन प्रभारी को सस्पेंड करने के निर्देश दिए। जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डा. योगेंद्र सिंह रावत ने नितेश शर्मा को सस्पेंड कर दिया है।