हरिद्वार राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने परिवार सहित स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन की गंगा आरती में शामिल होकर ऋषिनगरी में पतित पावनी मां गंगा को नमन किया। राष्ट्रपति ने कहा कि मां गंगा भारत के लिए सृष्टिकर्ता का अनूठा वरदान है। उन्होंने कहा कि मां गंगा और भारत दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। मां गंगा और भारत का देश में जो आकर्षण है वह विश्व में किसी भी देश में नहीं है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद रविवार देर शाम वह पत्नी सविता कोविंद और बेटी स्वाति के साथ सांध्यकालीन गंगा आरती में शामिल हुए। कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार दोपहर बाद परमार्थ निकेतन पहुंचे थे। यहां उनका ऋषिकुमारों ने वैदिक मंत्रोच्चारण से स्वागत किया। राष्ट्रपति का रात्रि विश्राम परमार्थ निकेतन में ही रहा। रविवार दोपहर बाद करीब 3.45 बजे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पत्नी और बेटी स्वाति के साथ स्वर्गाश्रम स्थित परमार्थ निकेतन घाट पहुंचे। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती के सान्निध्य में ऋषिकुमारों और आचार्यों ने तिलक लगाकर, पुष्प वर्षा और शंख ध्वनि से उनका स्वागत किया।
मौके पर उत्तराखंड के राज्यपाल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, गढ़वाल सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत भी मौजूद रहे। इस दौरान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज की कुटिया में संस्कृति और अध्यात्म समेत स्वामी चिदानंद सरस्वती के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे विभिन्न सेवा कार्यों पर चर्चा की। इसके बाद वह शाम 5 बजकर 20 मिनट पर परमार्थ निकेतन घाट पहुंचे। यहां शंख, घंटे-घड़ियालों की ध्वनि के बीच गंगा आरती में शामिल होकर राष्ट्रपति अभिभूत नजर आए। राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद और बेटी ने गंगा में दीपदान किया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के आगमन को लेकर वीआईपी ड्यूटी पर आए 19 पुलिसकर्मियों के कोरोना पॉजिटव मिलने से हड़कंप मच गया। हालांकि, राष्ट्रपति के आगमन से पहले ही पुलिसवालों को ड्यूटी से हटा दिया गया। लेकिन इससे पहले अन्य जवानों और आश्रम के कर्मचारियों और स्वर्गाश्रम बाजार में दुकानदारों से उनके संपर्क को लेकर बीते शनिवार को वीआईपी ड्यूटी पर परमार्थ निकेतन पहुंचने पर चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून, टिहरी और पौड़ी के करीब 400 पुलिसकर्मियों की कोरोना जांच कराई गई थी।रविवार सुबह इनमें से 19 पुलिस जवानों में संक्रमण की पुष्टि हुई। इसकी सूचना मिलते की पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया। हालांकि इनमें से कोई भी पुलिसकर्मी रविवार को वीआईपी ड्यूटी में तैनात नहीं रहा। यमकेश्वर ब्लॉक के कोविड नोडल अधिकारी डा. राजीव कुमार ने बताया कि कोरोना संक्रमितों में चमोली, रुद्रप्रयाग, देहरादून और पौड़ी जनपद के 19 पुलिस कर्मी शामिल हैं। विभाग ने संक्रमित जवानों को ड्यूटी से वापस भेज दिया।सभी जवान अगले 14 दिनों तक होम आइसोलेशन में रहेंगे। बताया जा रहा है कि, वीआईपी ड्यूटी के लिए आए ये पुलिसकर्मी अन्य पुलिसवालों, आश्रम के कर्मचारियों और स्वर्गाश्रम बाजार के दुकानदारों समेत अन्य लोगों के संपर्क में आए थे। स्वास्थ्य विभाग इनके संपर्क में आए लोगों की सूची तैयार कर रहा है। इन सभी की कोरोना जांच कराई जाएगी।