हरिद्वार,देश मे तेजी से फैलती कोरोना महामारी की तीसरी लहर के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को इससे निपटने की तैयारियों का जायजा लिया। प्रधानमंत्री ने जिला स्तर पर स्वास्थ्य ढांचे को तैयार करने का निर्देश दिया। किशोरों के साथ-साथ सोमवार से शुरू हो रहे फ्रंटलाइन वर्कर, स्वास्थ्यकर्मी और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को सतर्कता डोज लगाने के अभियान को मिशन मोड पर पूरा करने को कहा।
प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि समीक्षा बैठक के दौरान, पीएम मोदी ने जिला स्तर पर पर्याप्त स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से इस संबंध में राज्यों से समन्वय बनाए रखने को कहा। पीएम ने मिशन मोड में किशोरों के लिए वैक्सीन अभियान को और तेज करने का आग्रह किया। पीएम ने निर्देश दिया कि जिन जोन में ज्यादा मामले पाए जा रहे हैं वहां गहन नियंत्रण और सक्रिय निगरानी जारी रहनी चाहिए और वर्तमान में उच्च मामलों की रिपोर्ट करने वाले राज्यों को आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान की जानी चाहिए।
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि राज्य-विशिष्ट परिदृश्यों, सर्वोत्तम प्रथाओं और सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रतिक्रिया पर चर्चा करने के लिए सीएम के साथ बैठक बुलाई जाए। उन्होंने वर्तमान में कोविड मामलों का प्रबंधन करते हुए गैर-कोविड स्वास्थ्य सेवाओं की निरंतरता सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी ने 24 दिसंबर को इसी तरह की बैठक की थी। हालांकि तब से, देश में महामारी की स्थिति बदल गई है। भारत में कोरोना के दैनिक मामलों में भारी वृद्धि दर्ज की जा रही है, कई शहरों में ओमिक्रॉन वैरिएंट के भी सैंकड़ों मामले सामने आ चुके हैं।
बैठक इसलिए भी अहम है क्योंकि जनवरी के अंत में शुरू होने वाले संसद के बजट सत्र से ठीक पहले, लोकसभा और राज्यसभा सचिवालयों और संबद्ध सेवाओं के साथ काम करने वाले लगभग 400 कर्मचारी पिछले कुछ दिनों में कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए हैं। सूत्रों के अनुसार, राज्यसभा सचिवालय के 65 कर्मचारी, लोकसभा सचिवालय के 200 और संबद्ध सेवाओं के 133 कर्मचारी नियमित टेस्ट के दौरान 4-8 जनवरी के बीच कोविड-19 पॉजिटिव पाए गए।
भूषण ने प्रधानमंत्री को बताया कि कोरोना पैकेज-दो के तहत राज्यों में स्वास्थ्य ढांचे को मजबूत किया गया है। इसमें टेस्टिंग की क्षमता, आक्सीजन और आइसीयू बिस्तरों की उपलब्धता और जरूरी दवाइयों का स्टाक शामिल है। उन्होंने इसके बारे में राज्यवार विस्तृत ब्योरा भी पेश किया। इस पर प्रधानमंत्री ने जिला स्तर पर स्वास्थ्य ढांचे को तीसरी लहर से निपटने के लिए तैयार करने और इसमें राज्यों की मदद करने का निर्देश दिया।
केवल सात दिन के भीतर 31 प्रतिशत किशोरों को टीके की पहली डोज लगाने की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री ने इसे मिशन मोड पर जल्द से जल्द पूरा करने को कहा। तीन जनवरी से 15 से 18 साल के बीच के किशोरों का टीकाकरण शुरू हुआ था और अब तक करीब ढाई करोड़ डोज उन्हें लगाई जा चुकी है।
इस बीच ओमिक्रोन के 552 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद देश कोविड के इस नए वैरिएंट से संक्रमित मरीजों की कुल संख्या बढ़कर 3,623 हो गई है। ओमिक्रोन के 3,623 मामलों में से 1,409 लोग या तो स्वस्थ हो गए हैं या देश से बाहर चले गए हैं। महाराष्ट्र में ओमिक्रोन के सबसे ज्यादा 1,009 मामले सामने आ चुके हैं। इसके बाद दिल्ली का नंबर है जहां 513 मामले सामने आए हैं। वहीं कर्नाटक में 441, राजस्थान में 373, केरल में 333 और गुजरात में 204 मामले सामने आए हैं।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक एक दिन में कोरोना के 1,59,632 नए मामले सामने आए हैं। यह बीते 224 दिन के दौरान आए सर्वाधिक दैनिक मामले हैं। पिछले साल 29 मई को कोरोना के 1,65,553 मामले आए थे। बीते 24 घंटे में संक्रमण से 327 लोगों की मौत हो गइ है जिससे महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,83,790 हो गई है। वहीं देश में एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 5,90,611 हो गई है।