हरिद्वार, आज रुड़की नगर निगम बोर्ड की बैठक हुई जिसमे शुरू होने से पहले ही हंगामा शुरू हो गया आप को बता दे की नगर निगम की बैठक मे ये पहला मामला नही है जिसमे हंगामा हुआ हो इससे साफ पता चलता है कि मेयर और पार्षदों में तालमेल नहीं है पार्षदों ने महापौर की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जताते हुए जमकर हंगामा किया। उन पर गंभीर आरोप भी लगाए। बैठक में खानपुर विधायक उमेश कुमार शर्मा, झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र, कलियर विधायक फुरकान अहमद भी मौजूद रहे। बैठक में हंगामा होने के चलते यह तीनों विधायक बीच में ही सदन छोड़ कर चले गए।
मिली जानकारी अनुसार नगर निगम की ग्यारह बजे से प्रस्तावित बैठक करीब पौने बारह बजे शुरू हो सकी।। निगम के अधिकारी प्रस्ताव पढ़ रहे थे। इस बीच खानपुर विधायक उमेश कुमार ने माइक पर आकर कहा कि सभी को विवाद के बजाय जनता के हित में काम करना चाहिए। लीज संपत्ति का मामला बोर्ड में नहीं लाकर सीधे लीज बढ़ाने वालों पर मुकदमा दर्ज होना चाहिए।नगर निगम रुड़की की बोर्ड बैठक में 62 प्रस्ताव रखे गए थे, जिसमें करीब 11 प्रस्ताव मेयर विरोधी गुट के करीब 25 पार्षदों ने सर्वसम्मति से निरस्त कर दिए. बाकी प्रस्ताव सर्वसम्मति से पास करते हुए. खानपुर विधायक उमेश कुमार ने मेयर और पार्षदों को नसीहत देते हुए कहा कि बोर्ड बैठक लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष की नहीं हैं. इस हंगामे से जनता को नुकसान होता है.
नगर निगम की बोर्ड बैठक 12 अप्रैल को होनी थी लेकिन महापौर गौरव गोयल ने इस बैठक को कुछ घंटे पहले ही स्थगित कर दिया था। जिसको लेकर पार्षदों में काफी नाराजगी थी। वित्तीय वर्ष का प्रारंभ होने के चलते बोर्ड बैठक बजट को लेकर अनिवार्य थी। जिसके चलते बोर्ड बैठक 23 अप्रैल को निर्धारित की गई। नगर निगम के आडिटोरियम में बोर्ड बैठक हुई। जिसमें महापौर, विधायक अैर अधिकारी ऊपर मंच पर बैठे थे। इस पर कुछ पार्षदों ने आपत्ति जताते हुए उन्हें नीचे ही बैठने के लिए कहा।
मेयर गौरव गोयल ने एक बार फिर से पूर्व नगर आयुक्त और सहायक नगर आयुक्त पर गम्भीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि अवैध तरीके से साढ़े 12 करोड़ की एजेंसियां पार्षदों को बांटी गई. मेयर ने कहा कि पार्षदों को पूर्व अधिकारी ठेकेदार बनाकर चले गए. वहीं, हंगामा बढ़ते देख कलियर विधायक फुरकान अहमद, झबरेड़ा विधायक वीरेंद्र और खानपुर विधायक उमेश कुमार बैठक समाप्त होने से पहले ही सदन से चले गए.