महिला से दुष्कर्म के आरोपी द्वाराहाट विधायक महेश नेगी के खिलाफ कार्रवाई न होने से नाराज महानगर कांग्रेस ने भाजपा और प्रदेश सरकार का पुतला फूंका। महानगर कांग्रेस ने आरोप लगाए कि पुलिस सरकार के दबाव में निष्पक्ष जांच नहीं कर पा रही है। जिससे महिला को न्याय के लिए भटकना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि जल्द इस मामले में ठोस कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस आंदोलन को और उग्र करेगी।
मिली जानकारी के अनुसार विधायक महेश नेगी यौन शोषण और ब्लैकमेल मामले में एक और नया मोड़ सामने आया है. पुलिस इंवेस्टिगेशन में पता चला है कि व्हाट्सएप चैटिंग में आरोपित महिला और विधायक की पत्नी के बीच पैसों की लेनदेन की बातचीत हुई है. लेकिन ये किस कारण हुई है उसकी भी पुलिस जांच कर रही है. वहीं विधायक पत्नी द्वारा दी गई ब्लैकमेलिंग की तहरीर में आरोपित महिला के पति को भी ब्लैकमेलिंग में शामिल बताया गया था. इस पर पुलिस ने आरोपी महिला के पति से भी सम्पर्क किया और बयान दर्ज कराने देहरादून बुलाया गया. वहीं आरोपी महिला के पति ने पुलिस को फोन पर बताया है कि वो फिलहाल देहरादून नहीं आ सकता क्योंकि यहां उसकी जान को खतरा है. इसलिए वो बयान देने के लिए आने में असमर्थ है.
आपको बता दें शुक्रवार 13 अगस्त को आरोपी महिला प्रीति के खिलाफ नेहरु कॉलोनी थाने में FIR दर्ज करवाई थी. इसमें आरोप लगाया गया है कि महिला, विधायक पर शोषण का आरोप न लगाने की एवज में पांच करोड़ रूपए की फिरौती मांग रही थी. वहीं मामला प्रकाश में आने पर पुलिस ने महिला को थाने में बुलाकर पूछताछ की थी. इसके बाद महिला ने शनिवार को विधायक के खिलाफ जांच करने और FIR दर्ज करने की मांग की है.
महिला ने किया दावा5 पेजों वाली इस तहरीर में महिला ने दावा किया कि विधायक महेश नेगी ने मदद के नाम पर उसके साथ दुराचार किया था. बाद में उसे डरा धमका कर नेपाल, मसूरी, यूपी, हल्द्वानी के अलग-अलग इलाकों में लेजा कर शारीरिक संबंध बनाए थे. साथ ही दावा किया कि उसके बच्ची के पिता विधायक महेश नेगी हैं लिहाज़ा कोर्ट के माध्यम से बच्ची का DNA टेस्ट करवाया जाए. पुलिस का कहना है कि सभी बिंदुओं पर जांच की जा रही है विधायक ने बुधवार को सीओ सदर के ऑफिस पहुंचकर अपना बयान दर्ज करवाया है और आगे भी मामले में पुलिस का सहयोग करने की बात कही है