हरिद्वार,हरिद्वार में आयोजित महाकुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की कोरोना जांच में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया था। जिसमें मैक्स कॉरपोरेट सोसायटी, नलवा लैब और डॉ. लाल चंदानी लैब सेंट्रल दिल्ली के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ था।
स्वास्थ्य विभाग से जुड़े सूत्र बताते हैं कि एक ही एंटीजन टेस्ट किट से 700 सैंपल्स की टेस्टिंग की गई थी. इसके साथ ही टेस्टिंग लिस्ट में सैकड़ों व्यक्तियों के नाम पर एक ही फोन नंबर अंकित था. स्वास्थ्य विभाग की जांच में दूसरे लैब का भी यही हाल सामने आता है. जांच के दौरान लैब में लोगों के नाम-पते और मोबाइल नंबर फर्जी पाए गए हैं. इसके बाद यह मामला साफ हो गया कि कुंभ मेले में फर्जी तरीके से कोविड-19 टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव बनाकर आंखों में धूल झोंकने का काम किया गया है.
कोरोना की पहली लहर के बाद ही संपन्न हुए कुंभ 2021 में आने वाले श्रद्धालुओं की कोरोना जांच के लिए मेला स्थल सहित हरिद्वार की सीमाओं पर कई जगह कोरोना टेस्टिंग की व्यवस्था की गई थी क्योंकि गाइडलाइन के अनुसार कोरोना निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य थी. स्वास्थ्य विभाग ने कुंभ में टेस्टिंग का ठेका मैक्स कॉरपोरेट सर्विसेज़ दिल्ली समेत कुछ अन्य लैब्स को दिया था. कथित तौर पर मैक्स कंपनी ने बड़े पैमाने पर फर्जी टेस्टिंग को अंजाम देकर सरकार को करोड़ों रुपए की चपत लगाने का काम किया.