उत्तराखंड, चारधाम यात्रा को लेकर सरकार ने कहाँ कराने होंगे तीन टेस्ट अनिवार्य

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हरिद्वार, उत्तराखंड मे बढ़ते करोनो के केस को देखते हुए पर्यटक मंत्री सतपाल महाराज ने कहाँ की बाहर से आने वाले लोगों को कराने होंगे न्यूक्लीनियन एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्टिंग (सीबीएनएएटी), टीवी डायग्नोसिस टेस्ट ट्रू नेट (टीआरयूईएनएटी) और रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलिमियर्स चेन रिएक्शन (आरटीपीसीआर) टेस्ट अनिवार्य रूप से कराने की बात कही है। हरिद्वार में चल रहे कुंभ और अगले माह से होने वाली चारधाम यात्रा में आने वाले पर्यटकों, श्रद्धालुओं और साधु-संतों से अनुरोध किया गया है कि वे धार्मिक परंपराओं और मर्यादाओं का निर्वहन करने के लिए शारीरिक दूरी, मास्क व सैनिटाइजर का प्रयोग करते हुए कोविड नियमों का पालन अवश्य करें।

वही साथ ही साथ कैबिनेट मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि हरिद्वार में देव डोलियों का कुंभ स्नान तय समय पर कोविड के नियमों का अनुपालन करते हुए होगा। इस बारे में मुख्यमंत्री से वार्ता हो चुकी है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कोरोना संकट के मद्देनजर कुंभ को प्रतीकात्मक रखे जाने की अपील का स्वागत किया। साथ ही कहा कि जो साधु संत कुंभ की परंपरा का निर्वहन करना चाहते हैं, वे कोविड से बचाव के नियमों का पालन अवश्य करें

विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई को भक्तों के लिए खोले जाएंगे। पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ रावल ने घोषणा की है। प्राचीन परपंरा के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन हर साल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का दिन निकाला जाता है। केदारनाथ धाम के कपाट खोलने के लिए भगवान भैरवनाछ की 13 मई को पूजा-अर्चना की जाएगी।

बाबा केदार की चल विग्रह डोली पहले ऊखीमठ से प्रस्थान कर 14 मई को फाटा विश्राम के लिए पहुंचेगी। जबकि 15 मई को  को गौरीकुंड और 16 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी, जहां 17 मई को सुबह पांच बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ समेत चारधामों के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में सर्दियों में बंद कर दिए जाते हैं, जो अगले साल फिर अप्रैल-मई में भक्तों के लिए खोल दिए जाते हैं।  उत्तराखंड के गढवाल हिमालय में स्थित विश्वप्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए इस साल 18 मई को खुलेंगे। बदरीनाथ मंदिर को खोले जाने का मुहूर्त मंगलवार को बसंत पंचमी के मौके पर नरेंद्रनगर स्थित टिहरी राजवंश के दरबार में आयोजित समारोह में निकाला गया। जबकि, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट 15 व 14 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।

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