हरिद्वार, आज अचीवर्स होम पब्लिक स्कूल जगजीतपुर में मनाया गया पृथ्वी दिवस वहीं छोटे बड़े बच्चे हर साल 22 अप्रैल के दिन पृथ्वी दिवस मनाते है अध्यापिका आरती शर्मा ने पर्यावरण सुरक्षा तथा प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण पर अपने विचार प्रस्तुत करते हुए विद्यार्थियों को गेम्स खिलाया। अपनी जागरूकता का प्रदर्शन करते हुए तथा अपने कलात्मक और भाषा कौशल को दिखाते हुए विद्यार्थियों ने नारा लेखन, कार्ड बनाने, पोस्टर बनाने बेस्ट आउट ऑफ़ वेस्ट और कविता लेखन जैसी अनेक रचनात्मक गतिविधियों में भी भाग लिया। स्कूल के किंडरगार्डन के छात्र भी अपनी स्क्रैप बुक में पृथ्वी को दर्शाते हुए,कट एंड पेस्ट करते हुए ,मुकुट बनाते हुए तथा बबल पेंटिंग करते हुए दिखाई दिए इस दिन को इंटनैशनल मदर अर्थ डे के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन को मनाने का मकसद पर्यावरण को होने वाले खतरों के प्रति लोगों को जागरूक करना है और पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को प्रोत्साहित करना है. भूस्खलन, ग्लोबल वॉर्मिंग और प्रदूषण के कारण पर्यावण को अत्यधिक नुकसान पहुंचता है. ऐसे में यदि व्यक्ति अपने स्तर पर भी पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा दे और पर्यावरण को सुरक्षित रखने का प्रण ले तो हमारी पृथ्वी फलती-फूलती रहेगी.
मिलि जानकारी अनुसार स्कूल के प्रिंसिपल डॉ एस सरकारने बताया की इस साल 54वां पृथ्वी दिवस मनाया जा रहा है. पहली बार इस दिन को यूएस सिनेटर और पर्यावरणविद गेयलॉर्ड नेलसन और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट स्टुडेंट डेनिस हेस ने ऑर्गेनाइज्ड किया था. इस दिन को मनाने की शुरूआत पर्यावरण को हो रहे नुकसान के प्रति चिंता थी. 22 अप्रैल, 1970 में तकरीबन 2 करोड़ अमेरिकी जल प्रदूषण, तेल के स्त्राव, जंगल में लगने वाली आग और वायु प्रदूषण जैसे संकटों के खिलाफ सड़कों पर उतर आए और प्रदर्शन किया, इसके बाद से ही इस प्रदर्शन नेवैश्विक रूप लिया और पर्यावरण को बचाने की तरफ बड़े कदम उठाए जाने लगे.