हरिद्वार, लॉरेंस बिश्नोई का नाम और अन्य बड़े बदमाशों के गिरोह का नाम हमेशा सुर्खियों में रहा है वही जेल बंद होने के बाद भी बड़े गिरोह के नाम पर कुछ लोग व्यापारियों से रंगदारी मांगते है ऐसा ही एक ताजा मामला कुछ दिन पहले हरिद्वार से आया जहां लॉरेंस बिश्नोई के नाम से एक व्यापारी से रंगदारी मांगी गई थी जिस पर व्यापारी काफी डरा और सेवा हुआ था वही उसने पुलिस को इस विषय में जानकारी दी जिसके बाद पुलिस ने जांच पड़ताल शुरू कर दी वही आज पुलिस ने खुलासा करते हुए वही आज पुलिस ने खुलासा करते हुए दोनों आरोपी गिरफ्तार कर लिया जिसमें एक आरोपी गंगा में सिक्के ढूंढने का काम करता है वही दूसरा चाय की दुकान चलाता है
मिलि जानकारी अनुसार एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, बीती 9 मार्च को फोन कॉल से धमकी देने के सम्बन्ध में कोतवाली हरिद्वार में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। व्यापारी को 2 जून की शाम को नए नम्बरों से टेक्स्ट मैसेज से धमकी मिलने के साथ ही उक्त दोनों नम्बरों से (उसी प्रकार पहले कॉल, बाद में टेक्स्ट मैसेज) रायवाला के दो व्यापारियों को धमकी दी गई थी। गठित स्पेशल टीम ने फोन कॉल/मैसेज करने के लिए प्रयोग किए गए मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल रिपोर्ट (सीडीआर) का अवलोकन किया।
अक्सर एक साथ शराब पीने के दौरान दोनों अभियुक्तों ने रंगदारी मांगने का प्लान तैयार किया। थोक विक्रेता के पास मोटी रकम आने की जानकारी होने पर अभियुक्तों ने फिरौती में मोटी रकम हासिल करने के लिए पहले हरिद्वार निवासी हार्डवेयर व्यापारी की दुकान के बोर्ड से उसका नम्बर लिया और रायवाला निवासी व्यापारियों के दुकान के बोर्ड पर नम्बर अंकित न होने पर उनके द्वारा संचालित स्कूल से नम्बर प्राप्त कर तीनों नम्बरों पर गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के नाम पर रंगदारी मांगी।
वही इसका खुलासा करते हैं जांच प्रभारी खेमेंद्र गंगवार ने बताया कि अभियुक्त वीरेंद्र उर्फ छोटा सुनार विलासपुर छत्तीसगढ स्थित अंग्रेजी माध्यम के स्कूल से पढ़ाई के दौरान छठवीं कक्षा में भागकर हरिद्वार आ गया था। इस दौरान घाटों पर गोताखोरी करने व गंगा ढूंढने के वह अन्य गोताखोरों को मिले स्वर्ण अथवा चांदी के आभूषण आदि को तुरंत खरीदकर आगे बेचने के उसके काम के कारण उसका नाम छोटा सुनार पड़ा। दूसरा अभियुक्त गोविंद बाबा निर्धन निकेतन विद्यालय से दसवीं फेल होकर चाय की अस्थायी दुकान चलाता है।