भीम आर्मी/आजाद समाज पार्टी संस्थापक चंद्रशेखर आजाद और उनके समर्थक 400-500 लोगो के खिलाफ महामारी एक्ट और आईपीसी की कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। उनपर हाथरस में सीआरपीसी की धारा 144 के उल्लंघन का आरोप है। मालूम हो कि रविवार को चंद्रशेखर हाथरस कांड में मृतक युवती के परिजनों से मिलने के लिए उनके घर गए थे। इस दौरान बड़ी संख्या में समर्थन भी उनके साथ थे। पुलिस प्रशासन से भी नोंकझोंक हुई थी।
वही मिली जानकारी के अनुसार भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद हाथरस मामले को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मुद्दे पर चंद्रशेखर आजााद योगी आदित्यनाथ पर भी कई बार हमला कर चुके हैं। दिल्ली के जंतर मंतर पर प्रदर्शन के दौरान चंद्रशेखर ने कहा था “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जब तक इस्तीफा नहीं देते हैं और न्याय नहीं मिलता है, तब तक मेरा संघर्ष जारी रहेगा। मैं सुप्रीम कोर्ट से घटना का संज्ञान लेने की अपील करता हूं।”
‘परिवार से मिलकर निकला हूं, स्तब्ध हूं’
चंद्रशेखर ने रविवार को परिवार से मुलाकात के बाद ट्वीट किया था, ”मैं हाथरस से अभी अपने परिवार से मिलकर निकला हूँ स्तब्ध हूं। मेरी बहन के मां और पिता जी दोनों रोते हुए एक ही बात बोल रहे थे कि बेटा हमें यहां से ले चलो। मेरे परिवार को डराया जा रहा है, मैं परिवार को साथ ले जाना चाहता हूं, लेकिन प्रशासन ने मना कर दिया, हम कल कोर्ट में अपील करेंगे।”
इससे पहले गैंगरेप पीड़िता के गांव जाते समय भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद को अलीगढ़ से हाथरस के बीच रोक दिया गया था.
हालांकि बाद में जिला प्रशासन ने मुलाकात की अनुमति दे दी. इसके बाद भीम आर्मी प्रमुख पीड़िता के गांव पहुंचे और परिवार से मुलाकात की.