हरिद्वार, उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के रूरा के मड़ौली गांव मैं कब्जा हटाने गई पुलिस टीम पर गंभीर आरोप लग रहे हैं ग्रामीण के लोगों का आरोप है कि प्रशासन की टीम ने झोपड़ी में रह रही महिला और लड़की को जिंदा जला दिया वही इस मामले में 18 घंटे बीत जाने के बाद भी गांव वालों ने शव को वहां से उठा नहीं दिया स्वजन की मांग है कि मुख्यमंत्री को गांव बुलाया जाए व जो आरोपित मुकदमे में नामजद किए जाएं उनकी गिरफ्तारी हो, तभी शव उठने दिया जाएगा। अधिकारी ग्रामीणों को मनाने में लगे हैं। मंडलायुक्त पूरी रात गांव में रहे पर बात न बन सकी है। कई राजनीतिक दल के लोग भी दोपहर तक गांव पहुंचेंगे। जिसको देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
मिली जानकारी अनुसार डीएम नेहा जैन सोमवार को अपने कार्यालय में जनसुवाई कर रही थीं। उसी दौरान डीएम कार्यालय पहुंचे मड़ौली गांव कुछ लोगों ने गांव के ही कृष्ण गोपाल दीक्षित उर्फ राघव की ग्राम समाज की भूमि पर कब्जा करने की शिकायत की। डीएम ने शिकायती पत्र पर एसडीएम को मौके पर जाकर कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद, लेखपाल अशोक के अलावा राजस्व और रुरा इंस्पेक्टर के साथ मौके पर पहुंचे। राजस्व विभाग की टीम बुलडोजर से ग्राम समाज की जमीन से कृष्ण गोपाल का कब्जा हटना शुरू किया। उसी दौरान अचानक वहां रखी कृष्ण गोपाल की झोपड़ी में आग लग गई। उस वक्त घर में मौजूद कृ्ष्ण गोपाल की पत्नी प्रमिला (54) और बेटी शिवा (22) लपटों के बीच फंस गईं। उन्हें बचाने के प्रयास में कृष्ण गोपाल व रुरा इंस्पेक्टर दिनेश गौतम झुलस गए।