हरिद्वार,देशभर में भारी बारिश ने लोगों की आफत बढ़ा दी है। मुंबई समेत पूरे महाराष्ट्र में बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। अकेले मुंबई में ही आठ घंटे में 177 मिमी बारिश हो चुकी है। आलम यह है कि सड़कें दरिया बन गई हैं। जगह-जगह जलभराव के चलते लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। भारी बारिश के चलते पूरे राज्य के स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इसके अलावा भारी बारिश के चलते दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है। नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। पानी क्षमता से ज्यादा होने के बाद अब हरियाणा में हथिनीकुंड बैराज के सारे गेट खोल दिए गए हैं।
:दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. इससे नदी के डूब क्षेत्र में बसे हजारों परिवारों की चिंता बढ़ गई है. सराय काले खां स्थित यमुना पुल के आसपास झुग्गियों में रहने वाले लोगों झुग्गियों तक यमुना नदी अब पानी पहुंचने लगा है. ऐसे में इन परिवारों को डर है कि यदि जलस्तर तो उनकी मुश्किले बढ़ सकती हैं. इतना ही नहीं, इन लोगों को रात में जगना पड़ रहा है.
यमुना नदी के डूब क्षेत्र में झुग्गियां बनाकर दशकों से यहां लोग रहते हैं. स्थानीय निवासियों ने बताया कि वे पहले यमुना के डूब क्षेत्र में सब्जियां उगा कर अपना जीवन यापन करते थे, लेकिन कुछ साल से खेती पर पाबंदी लगा दी गई है. ऐसे में अब पुरुष नौकरी करके और महिलाएं पास की कॉलोनियों में घरेलू काम करके परिवार का गुजारा करती हैं. लेकिन, यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से उन्हें सुरक्षा के साथ अपना बसेरा खोने का डर सताने लगा है.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि अगले 12 घंटे अहम हैं। जिन इलाकों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, वहां के नागरिकों को जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलना चाहिए। समुद्र तट, नदियों और झरनों पर जाते समय भी बेहद सावधान रहने की जरूरत है। भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने मुंबई सहित कई जिलों में 18 से 21 अगस्त तक भारी बारिश की संभावना जताई है। इसके मद्देनजर 16 जिलों में कहीं रेड तो कहीं ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है।
मुख्यमंत्री फडणवीस ने बताया कि राज्यभर में लगभग 4 लाख हेक्टेयर में फसलें प्रभावित हुई हैं। छत्रपति संभाजीनगर, बीड, लातूर और नांदेड़ में बाढ़ की स्थिति है। मुखेड़ इलाके में 206 मिमी बारिश हुई। बाढ़ में 150 से ज़्यादा जानवर मर गए या बह गए। राज्य के तीन जिलों में 800 गांव प्रभावित है जिससे कृषि भूमि को भारी नुकसान पहुंचा है। जिलाधिकारियों को राहत और बचाव कार्यों से संबंधित निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया है। मुंबई से 600 किलोमीटर से अधिक दूर तालुका में स्थित लेंडी बांध का जलस्तर बढ़ गया है, जबकि लातूर, उदगीर और पड़ोसी कर्नाटक से बड़ी मात्रा में इस क्षेत्र में पानी छोड़ा जा रहा है। फडणवीस ने कहा कि कर्नाटक राज्य से अलमट्टी बांध और तेलंगाना के पोचम्पाद बांध से पानी छोड़े जाने को लेकर बातचीत जारी है।