हरिद्वार, भारत की स्वर कोकिला लता मंगेशकर का 92 वर्ष की आयु में निधन हो गया है. उनको 8 जनवरी को कोरोना संक्रमित होने के बादत ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लता मंगेशकर के निधन की खबर से मनोरंजन जगत में सन्नाटा पसर गया है. उनके निधन पर नेताओं ने उनके निधन को देश के लिए क्षति बताया है.
28 सितंबर, 1929 को जन्मीं लता मंगेशकर को देश की सबसे महान पार्श्व गायिकाओं में से एक के रूप में जाना जाता है। ‘क्वीन ऑफ मेलोडी’, ‘लता दीदी’ के नाम से मशहूर गायिका ने छत्तीस से अधिक भारतीय और विदेशी भाषाओं में गाने रिकॉर्ड किए हैं। उनके कुछ लोकप्रिय गीत ऐसा देस है मेरा, लग जा गले, मेरे मितवा मेरे मीट रे, एक प्यार का नगमा है, ये गलियां ये चौबारा, जिंदगी की ना टूटे लादी, ऐ मेरे वतन के लोगों और अन्य कई हिट गानें दिए हैं।
लता मंगेशकर के निधन पर देश में 2 दिन का राष्ट्रीय शोक।
पीएम मोदी ने ट्वीट कर लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि लता दीदी के गानों में संवेदनाएं दिखती थी। मुझे लता दीदी से हमेशा प्यार मिला।
लता मंगेशकर को कोरोना से संक्रमित और निमोनिया होने पर 8 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लता मंगेशकर का इलाज कर रहे डॉक्टर प्रतीत समधानी और उनकी टीम लगातार स्वर कोकिला के हेल्थ पर नजरें बनाए हुए थे और उनके ट्रीटमेंट करने में लगातार जुटे हुए थे।