हरिद्वार , उत्तराखंड की पुलिस लगातार मित्र पुलिस साबित होती जा रही है सुख दुख में साथ देने वाले पुलिस हमेशा हर घड़ी में हर इंसान साथ अपना फर्ज और कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है उत्तराखण्ड पुलिस ने नशे और वारंटी को लेकर धरपकड़ कर रखी है जिसमें अभी तक कई वारंटी और नशा बेचने वाले गिरफ्तार हो चुके हैं आज प्रयागराज पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है हरिद्वार में दक्षिण काली मंदिर में माता रानी जन्मोत्सव पर भोज का कार्यक्रम रखा गया है जिसमें एक युवक ने कुछ संतो को मारने के लिए भोजन अंदर जहर मिलाकर मारने की साजिश रची वहीं युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है जांच में जुटी पुलिस
मिली जानकारी अनुसार प्रयागराज पुलिस ने ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जिस पर निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर और स्वामी कैलाशानंद समेत कई संतों को जहर देकर हत्या की साजिश रचने का आरोप है. पुलिस और एसटीएफ की टीमें आरोपी से पूछताछ कर रही हैं. दरअसल, महिला संत त्रिकाल भवंता ने पुलिस के पास इस शख्स के खिलाफ मामला दर्ज करवाया था.
महिला संत का आरोप है कि आश्रम में शनिवार को विक्रम सिंह उर्फ योगेंद्र शर्मा नाम का एक युवक पहुंचा था. उसने त्रिकाल भवंता को जानकारी दी कि 1 जनवरी को हरिद्वार में निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद के सम्मान में होने वाले समारोह में भोज का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें वह खाने में जहर डालकर स्वामी कैलाशानंद समेत सभी संतों को मार डालेगा
त्रिकाल भवंता के मुताबिक, युवक ने उन्हें आगे बताया कि उससे नौकरी के नाम पर बीस लाख रुपये लिए गए थे. लेकिन न तो नौकरी दी गई और न ही पैसे वापस किए गए. इसी का बदला लेने के लिए वह स्वामी कैलाशानंद की हत्या करना चाहता है. युवक ने महिला संत को यह भी बताया कि वह रेकी करने के लिए 29 नवंबर को हरिद्वार में स्वामी कैलाशानंद के आश्रम भी गया था. वहां वह 4 घंटे तक रुका था. उसने वहां अपना नाम और पता गलत दर्ज कराया था. पूछताछ में यह भी सामने आया है कि संदिग्ध युवक रेकी करने के लिए 29 नवंबर को हरिद्वार में स्वामी कैलाशानंद के आश्रम गया था। वहां वह 4 घंटे तक रुका हुआ था। उसने अपना नाम और पता गलत दर्ज कराया था। फिलहाल प्रयागराज पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस ने हरिद्वार के अफसरों और स्वामी कैलाशानंद को भी संदिग्ध युवक के पकड़े जाने की जानकारी दे दी है।
प्रयागराज के एसीपी अजीत सिंह चौहान का दावा है कि पकड़ा गया युवक शुरुआती पूछताछ में ठग लग रहा है. वह इस तरह की सनसनी फैलाकर साध्वी त्रिकाल भवंता से कुछ पैसे ऐंठना चाहता था. युवक और उसके दावे के बारे में हर एंगल पर जांच पड़ताल की जा रही है.