हरिद्वार, उत्तराखंड में जंगलों की आग लगातार बढ़ती जा रही है जिसको देखते हुए इंद्रदेव ने जमकर की बारिश जंगलों की आग कुछ हद तक तो ठंडी हो गई लेकिन बादल फटने से नुकसान भी लोगो को झेलना पड़ा
मिलि जानकारी अनुसार उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश से होने वाली तबाही ने दस्तक दे दी है. अलग-अलग जिलों में भारी बारिश के कारण सड़कों से लेकर घर तक मलबे से भर गए हैं. ऐसे में यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं की सलामती को लेकर चिंता शुरू हो गई है. यही वजह है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बैठक की और राज्य के सभी संसाधनों का इस्तेमाल करने को कहा है.
बुधवार से उत्तराखंड के कई जिलों में बारिश का दौर शुरू हो गई है. इसी कड़ी में बागेश्वर जिले में बादल फट गया. बादल फटने के कारण मूसलाधार बारिश हुई है. हालांकि बारिश से जंगलों की आग कम हुई है. लेकिन बारिश आसमान आफत बनकर बरसी है. खासतौर पर कुमाऊं में भारी नुकसान हुआ है. अल्मोड़ा के सोमेश्वर में बुधवार की रात को हुई मूसलाधार बारिश के चलते कई घरों में मलबा घुस गया है. स्थानीय लोगों ने दावा किया है कि बादल फटने के कारण यह नुकसान हुआ है.
बादल फटने के चलते कई घरों में पानी भी घुस गया है. अल्मोड़ा-सोमेश्वर में बादल फटने से सोमेश्वर के चनौदा में भारी तबाही मची है. पहाड़ों के मलबे से कई गाड़ियों के दबने की भी खबर सामने आई है. वहीं बोल्डर और मलबा सड़क पर आने से अल्मोड़ा-कौसानी हाईवे बन्द हो गया है.
कपकोट में सड़क पर खड़ी बीआरओ की पोकलेन बहकर गधेरे में जा गिरी। जिला अस्पताल में वार्ड में पानी भर गया, मरीजों को दूसरे वार्ड में शिफ्ट करना पड़ा। देर रात को बागेश्वर, कपकोट समेत कई स्थानों पर बिजली गुल रही। बिजली ना होने से कपकोट सीएचसी में एक्स-रे भी नहीं हो पा रहे हैं। ठाकुरद्वारा में नाले के उफान पर आने से सुरक्षा दीवार क्षतिग्रस्त हो गई। सड़कों पर आया मलबा आ गया।