हरिद्वार,आम आदमी पार्टी ने पार्टी कार्यालय रानीपुर मोड़ पर श्रीदेव सुमन की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर श्रधांजलि दी। इस अवसर पर प्रदेश उपाद्यक्ष नरेश शर्मा ने कहा कि 1947 से पूर्व राजे रजवाड़ों का बोलबाला था। जनता को अंग्रेजो के साथ साथ राजाओं के अत्याचार भी सहने पड़ते थे। श्रीदेव सुमन की जन्मस्थली टिहरी गढ़वाल की भी यही स्तिथि थी। उन्होंने राजशाही को खत्म करने और जनता राज को लागू करने के लिए आंदोलन की शुरुवात की।1939 में सामंती अत्याचारों के विरुद्ध टिहरी राज्य प्रजामंडल की स्थापना हुई ओर सुमन जी इसके मंत्री बनाये गए । 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में वह 15 दिन जेल में रहे । 21 फरवरी 1944 को उनपर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कर भारी आर्थिक दंड लगा दिया गया। सुमन जी ने अर्थदंड देने कि जगह जेल जाने का रास्ता चुना।आज के दिन को बलिदान दिवस के रूप में भी मनाते है।
महानगर अध्यक्ष अनिल सती ने कहा कि श्रीदेव सुमन जी एक महान क्रांतिकारी बलिदानी नेता थे। उन्होंने 1944 में आमरण अनशन शुरू कर दिया । शासन ने उनका अनशन तुड़ाने का काफी प्रयास किया जेल मेउन्हें काफी यातनाएं दी गयी परंतु वे अडिग रहे जेल में रहते हए 84 दिन बाद 25 जुलाई 1944 को अपना शरीर त्याग दिया । उन्हें निधन के बाद आंदोलन और तेज हुआ और अंत मे राजशाही का अंत हुआ और प्रजातंत्र की जीत हुई । श्रधांजलि देने वालो में प्रदेश उपाद्यक्ष नरेश शर्मा, महानगर अध्यक्ष अनिल सती , सचिव पवन कुमार धीमान, हरिकेश मोहन, उपाद्यक्ष मयंक गुप्ता, दानिश मौजूद रहे।