हरिद्वार, रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के राम धाम कॉलोनी में पैथोलॉजी लैब संचालक कि पहले तो रहस्यमई तरीके से अपहरण कर लिया गया फिर घरवालों को फोन कर 70 लाख की फिरौती मांगी गई फिरौती ना देने पर लैब संचालक का बेरहमी से कत्ल कर दिया गया वहीं, हत्या के पीछे साथ काम करने वाले दो युवकों की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. जिन्हें पुलिस ने हिरासत में लिया है.
मिली जानकारी अनुसार बहादराबाद निवासी प्रेमचंद का बेटा कार्तिक रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के राम धाम कॉलोनी में पैथोलॉजी लैब चलाता है. गुरुवार को वो घर से लैब गया था, लेकिन शाम तक घर नहीं लौटा. परिजनों ने रिश्तेदारों और जान पहचान में उसकी तलाश की, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया. रातभर न मिलने के बाद शुक्रवार सुबह परिजनों ने बहादराबाद थाने में युवक की गुमशुदगी दर्ज कराई. थानाध्यक्ष नितेश शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम युवक की तलाश कर रही थी कि कार्तिक के मोबाइल नंबर से उसकी मां के फोन पर एक कॉल आई. जिसमें उसे छोड़ने की एवज में 70 लाख रुपए की मांग की गई. जिसे सुन उनके होश फाख्ता हो गए. रकम न देने पर कार्तिक की हत्या की धमकी भी दी गई। जिससे हड़कंप मच गया। छानबीन के दौरान रानीपुर कोतवाली क्षेत्र के सलेमपुर से कार्तिक का शव बरामद हो गया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि अपहृत युवक का शव मिल गया है। उसके स्वजनों से 70 लाख रुपए की फिरौती मांगी गई थी। कुछ संदिग्धों को पकड़ा गया है और अहम सुराग मिले हैं, जल्द इस मामले का पर्दाफाश कर लिया जाएगा।