हरिद्वार, उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है वही आज सुबह देहरादून के रायपुर में बादल फटने से भारी तबाही का लोगों का सामना करना पड़ा वही लगातार बारिश जारी है
मिली जानकारी अनुसार सरखेत गांव के लोगों ने बताया कि यह घटना तड़के करीब 2.45 बजे की है । सूचना के बाद एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची SDRF की टीम द्वारा ग्राम सरखेत में फंसे सभी लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित कर दिया गया है. जबकि कुछ लोगों ने एक रिसॉर्ट में शरण ली है जिन्हें रेस्क्यू करने हेतु टीम जा रही है। इसके साथ ही देहरादून के टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात हो गए। भारी बारिश की वजह से मालदेवता पर बना पुल भी बह गया है।
जिलाधिकारी सोनिका के मुताबिक आपदा में पांच लोग लापता बताए जा रहे हैं। जबकि तीन ग्रामीण गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं कीर्तिनगर क्षेत्र में सुबह 7 बजे ग्राम कोठार में 14-15 कमरों का आवासीय भवन भूस्खलन होने से मलबे में दब गया है। जिससे 80 वर्षीय बचनी देवी दब गई है।
बादल फटने के कारण नदी एवं कुवा खाला में अत्यधिक पानी आने से ग्राम सरखेत में कुछ मकानों में पानी घुस आया। वहीं शहर में टपकेश्वर महादेव मंदिर के पास क्षेत्र में लगातार बारिश के बाद तमसा नदी उफान पर है। मंदिर के भीतर पानी घुस गया है। टपकेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी दिगंबर भरत गिरि ने कहा कि हम प्रार्थना करते हैं कि कोई जान-माल का नुकसान न हो। नदी पर एक पुल था जो पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है।
भारी बारिश से सोंग, जाखन और सुसवा नदी पूरे उफान पर आ गई हैं। नदी किनारे रहने वालों को दूसरे स्थान पर भेजने के लिए प्रशासन प्रयास कर रहा है। राजीव नगर केशव पुरी सॉन्ग नदी से नदी का पानी आबादी तक पहुंच रहा है। हालांकि अभी कोई नुकसान की सूचना नहीं मिली है। सुसवा नदी के तेज बहाव से भूमि का कटाव भी हो रहा है।